भाजपा अलग पार्टी, यहां नहीं टिक पाएंगे गौरव गोगोई; हिमंत सरमा ने आखिर ऐसा क्यों कहा…

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा इन दिनों दिल्ली की यात्रा पर हैं।

उन्होंने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कई मुद्दों पर खुलकर बोला। साथ ही उन्होंने कांग्रेस को सामंतवादी पार्टी बताया।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस का “सामंतवाद” भाजपा की संस्कृति से अलग है। सरमा ने कहा कि गौरव गोगोई जैसा कोई व्यक्ति पार्टी में टिक नहीं पाएगा। उन्होंने कहा कि अगर वह गलत साबित हुए तो उन्हें खुशी होगी।
 
एनडीटीवी को दिए एक इंटरव्यू में सरमा से उनके उस बयान के बारे में पूछा गया जिसमें उन्होंने कहा था कि कांग्रेस के कई लोग बीजेपी में शामिल होना चाहते हैं।

उनसे पूछा गया कि क्या कोई सूची बनाई गई है? क्या उसमें गौरव गोगोई का नाम भी शामिल है? आपको बता दें कि वह लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता हैं, जिन्होंने नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था।

कांग्रेस से अलग है भाजपा की संस्कृति
सरमा ने सभी सवालों के जवाब दिए। उन्होंने कहा, “मेरा मानना है कि गौरव गोगोई बीजेपी में टिक नहीं पाएंगे। अगर मैं गलत साबित हुआ तो मुझे खुशी होगी। कांग्रेस में सामंतवाद है। उन्होंने अपने घर में एक ऐसी संस्कृति देखी है। भाजपा की संस्कृति इससे अलग है।”

गौरव गोगोई को बड़ा परिवर्तन करना होगा
हिमंत सरमा ने इस बात पर जोर दिया कि भाजपा में शामिल होने के बाद लोगों को एक बड़ा परिवर्तन करना पड़ता है। सरमा ने कहा, “यह परिवर्तन हर किसी के द्वारा नहीं किया जा सकता है। मैं यह नहीं कह रहा हूं कि कोई भी इसे नहीं कर सकता है। जब गौरव गोगोई जैसे लोगों को भाजपा में आना है, तो उन्हें बड़े पैमाने पर सांस्कृतिक परिवर्तन करना होगा। मैं उन्हें तब से जानता हूं जब वह बच्चे थे। इसलिए मुझे लगता है कि यह उनके लिए मुश्किल होगा। उनके परिवार के लोग भी एनजीओ में शामिल हैं, इसलिए यह बहुत आसान नहीं होगा। इसलिए बेहतर है कि मुझे उनसे अनुरोध नहीं करना चाहिए।”

भाजपा नेता ने कहा कि गौरव गोगोई के पिता तरूण गोगोई को उनके जैसे लोगों ने ही असम का मुख्यमंत्री बनाया था। सरमा ने कहा, “विधायक के रूप में हमने उनके लिए वोट किया। मेरे तरुण गोगोई के साथ बहुत अच्छे व्यक्तिगत संबंध थे।” मुख्यमंत्री ने कहा कि असम में हर राजनेता के साथ मेरे सौहार्दपूर्ण संबंध हैं।

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